Product Description
यह किताब एक यात्रा में एक नरम शांत अनुभव से प्रेरित है। हम यात्रा करते हैं तब अनेकों पल ऐसे होते हैं जो यादगार लगते हैं परन्तु उन में से कुछ पल दिल को छू जाते हैं तथा यादगार बन जाते हैं। ऐसा ही एक पल मुझे हिमालय की यात्रा में मिला । स्टेशन पर एक बड़ा छायादार-पीपल बरगद का पेड़ मिला उसके कुछ नए कपोलें, लाल पत्ते, हरे पत्ते उनकी आहट, खनखनाहट, उनकी छाया दिल को छू गई तथा पूरे हिमालय की यात्रा में मैं वृक्षों को देखती रही। वे अलग रूप-रंगों में अलग-अलग आकृतियों में रिझाते लगे मुझसे बतियाते लगे। उन्हीं अनुभवों को इस किताब का रूप दे रही हूँ।
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